नई दिल्ली: एक तरफ कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को एक के बाद एक अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पटखनी मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के गृह मंत्री एजाज अहमद शाह ने कबूल किया है कि इमरान खान की सरकार अब जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के दहशतगर्दों को मुख्यधारा में शामिल कराएगी। एक डिबेट शो में इमरान के मंत्री ने कहा कि ये उनके कहने पर अफगानिस्तान में लड़ रहे थे और ये उनकी जिम्मेदारी है कि वो उन आतंकियों को नौकरी दें, पैसे दें।
शाह का बयान ऐसे वक्त आया है जब जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42वें सत्र की बैठक में भारत के कूटनीति के सामने पाकिस्तान को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है। उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार की विफलता के लिए इमरान खान और उनके सिपहसालारों को जिम्मेदार ठहराया है। शाह ने इमरान खान समेत सत्ताधारी कुलीनतंत्र पर पाकिस्तान की इमेज को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ''अंतरराष्ट्रीय समुदाय में लोगों ने हम पर यकीन नहीं किया। हमने कहा कि भारत ने जम्मू और कश्मीर में कर्फ्यू लगा दिया है और लोगों को दवाएं तक नहीं मिल रही हैं। लोगों ने हम पर यकीन नहीं किया लेकिन उनकी बात पर भरोसा किया। सत्ताधारी कुलीनतंत्र ने देश को बर्बाद कर दिया। इसकी छवि को खराब कर दिया गया। लोग सोचते हैं कि हम गंभीर मुल्क नहीं हैं।''
उनसे जब पूछा गया कि बेनजीर भुट्टो, परवेज मुशर्रफ और अन्य क्या उस सत्ताधारी कुलीनतंत्र का हिस्सा रहे हैं तो आईएसआई के चीफ रहे एजाज अहमद शाह ने कहा, ''सभी जिम्मेदार हैं। पाकिस्तान को अब आत्ममंथन करने की दरकार है।''