लाहौर: पाकिस्तान की एक कट्टरवादी इस्लामी पार्टी ने देश के उच्चतम न्यायालय से अपील की है कि वह ईश निंदा के जुर्म में मौत की सजा पाई ईसाई महिला की सजा को बरकरार रखे। आसिया बीबी ने अपनी सजा के खिलाफ अपील की है और अदालत ने इस सप्ताह की शुरूआत में अंतिम अपील पर फैसला स्थगित कर दिया था। उनके वकीलों का कहना है कि उन्हें गलत फंसाया गया है।
तहरीक-ए- लबैक पार्टी ने बुधवार को कहा कि अगर अदालत के तीन न्यायाधीशों वाले पैनल ने बीबी को रिहा कर दिया तो न्यायाधीशों को परिणाम भुगतने पड़ेंगे। पार्टी ने यह भी कहा कि उसके समर्थक बीबी की मौत की सजा पर अमल की मांग को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन करेंगे।
बीबी पर आरोप 2009 में लगाए गए थे जब वह साथी मजदूरों के लिए पानी लेने गई थी। दो मुस्लिम महिलाओं ने ईसाई महिला द्वारा इस्तेमाल बर्तन से पानी पीने से इनकार कर दिया था। बाद में बीबी पर पैगंबर का अपमान करने के आरोप लगाए गए थे।