इस्लामाबाद। पाकिस्तान से एक बड़ी खबर है। जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के निर्णय से बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को वापस जाने के लिए कहा है। इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने व्यापारिकों रिश्तों को भी खत्म कर दिया है। खबर यह भी है कि पाकिस्तान अपने राजदूत को भारत नहीं भेजगा।
पाकिस्तान ने यह कदम प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में यहां हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के बाद उठाया है, जिसमें भारत के साथ व्यापारिक रिश्तों को तोड़ने और "द्विपक्षीय संबंधों" की समीक्षा का भी फैसला लिया गया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एनएससी बैठक के बाद टीवी पर एक बयान में कहा , "हमारे राजनयिक अब भारत में तैनात नहीं रहेंगे और यहां से उनके समकक्षों को वापस भेजा जाएगा।" भारत ने सोमवार को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को मिले विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त करते हुए राज्य को दो संघ शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।
भारत के उच्चायुक्त बिसारिया इस्लामाबाद में हैं जबकि उनके पाकिस्तानी समकक्ष मोइन-उल-हक को नई दिल्ली में कार्यभार संभालना है। एनएससी की बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया है कि समिति ने भारत सरकार द्वारा "एकतरफा और अवैध कार्यों से उत्पन्न स्थिति" और जम्मू-कश्मीर तथा नियंत्रण रेखा के हालात पर चर्चा की।
बयान में कहा गया है कि समिति ने "भारत के साथ राजनयिक संबंध खत्म करने और द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित करने" का फैसला किया है। बयान के मुताबिक समिति ने सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र में इस मामले (भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को समाप्त करने) को ले जाने का संकल्प लिया है।
बयान के मुताबिक उन्होंने सेना को लगातार सतर्कता बरतने को कहा है। बयान के अनुसार विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्तीय सलाहकार, कश्मीर मामलों के मंत्री, तीनों सेनाओं के प्रमुखों, आईएसआई प्रमुख, और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।