इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा पांच हजार के करीब पहुंचने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को विश्व समुदाय से अनुरोध किया कि वो कोरोना वायरस से निपटने के लिये अपनी रणनीति साझा करें। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के एक डिजिटल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि विचारों के नियमित आदान-प्रदान से श्रमिकों पर कोरोना वायरस के प्रभाव को हल्का करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया टीके के लिये प्रार्थना कर रही है लेकिन इस बीच 'अनिश्चितता बरकरार' है और श्रमिकों की सुरक्षा के लिये देशों को एक संयुक्त रणनीति अपनाने की जरूरत है।
इमरान खान ने कहा कि लघु और मध्यम उद्योग सबसे जोखिम में हैं और वही सबसे ज्यादा श्रमिकों को रोजगार भी देते हैं। उन्होंने कहा कि देशों को गरीब मजदूरों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण रुख रखना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा वायरस से संक्रमित लोगों की मदद के लिये उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा,'जब हम लॉकडाउन लागू करते हैं, कमजोर वर्ग, श्रमिक बेरोजगार हो जाते हैं और परिवार को पालने के लिये उनके पास कोई जरिया नहीं होता। तब हम 'स्मार्ट लॉकडाउन' रणनीति लेकर आए।'
खान ने कहा कि उनकी सरकार ने गरीब लोगों को सीधे रकम भी उपलब्ध कराई है। इसबीच पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बुधवार को बढ़कर 2,39,225 हो गए जबकि अब तक इस महामारी से देश में 4,945 लोग जान गंवा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लोगों के ठीक होने की स्थिति में भी सुधार हो रहा है और अब तक 1,40,965 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
आंकड़ों के अनुसार अब तक कोरोना वायरस के सर्वाधिक 99,362 मामले सिंध में सामने आए हैं। इसके बाद पंजाब में 83,559, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में 28,681, इस्लामाबाद में 13,659, बलूचिस्तान में 10,919, गिलगित-बाल्तिस्तान में 1,595 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 1,419 मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक देश में 14,67,104 लोगों की कोविड-19 जांच की गई है, जिनमें से 21,951 नमूनों की जांच पिछले 24 घंटे में की गई है।