इस्लामाबाद: क्या पाकिस्तान ने तालिबान के खिलाफ अमेरिकी अभियान के फेल हो जाने की स्थिति में व्हाइट हाउस को आगाह किया है? पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुतबिक, पाकिस्तान ने अमेरिकी वार्ताकारों को बताया है कि अफगान सीमा के दोनों ओर तालिबान के खिलाफ प्रमुख सैन्य अभियान यदि असफल हो गया तो इसका पूरे क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव होगा। पाकिस्तान का अमेरिका को आगाह करने के पीछे का मकसद क्या है, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है।
राजनयिक सूत्रों ने ‘डॉन न्यूज’ को बताया कि अफगानिस्तान के लिए अमेरिका की नई नीति का प्रमुख तत्व दो आयामी सैन्य अभियान शुरू करना है जो कि तालिबान को सैन्य पराजय का झटका दे और उसे अफगानिस्तान की शर्तों पर अफगान सुलह प्रक्रिया में शामिल होने के लिए बाध्य करे। समाचार पत्र ने वॉशिंगटन से एक विस्तृत रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तानी अमेरिकी दलील की मूलभूत बात से असहमत नहीं हैं लेकिन उनकी एक प्रमुख चिंता है, वह यह है कि असफल होने पर क्या?
ट्रंप ने गत अगस्त में अपनी दक्षिण एशिया नीति घोषित की थी और अफगानिस्तान में भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने की बात कही थी। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अपने देश की लड़ाई में सहयोग करने पर असफल रहने पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़े उपायों का आह्वान किया था। मुद्दे पर अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत करने वाले पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि उनकी भी यही महत्वाकांक्षा है, वह यह है कि क्षेत्र, विशेष तौर पर अफगानिस्तान को आतंकवादियों से मुक्त करना।