इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते जा रहे तनाव को कम करने में उनका देश एक अहम भूमिका अदा कर सकता है। इमरान ने कहा कि लगभग 50 साल पहले भी अमेरिका और चीन को करीब लाने वाला देश भी पाकिस्तान ही था। बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच विभिन्न मुद्दों पर भारी मतभेद चल रहे हैं और दोनों देशों के बीच रिश्ते बिगड़ते चले जा रहे हैं। हालांकि जो बाइडेन के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से दोनों देशों के रिश्ते में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
‘पाकिस्तान निभा सकता है बड़ी भूमिका’
इमरान खान ने चीन और अमेरिका के बीच तनाव को कम करने में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर कहा, ‘मुझे लगता है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते जा रहे तनाव को कम करने में पाकिस्तान एक भूमिका निभा सकता है। लगभग 50 साल पहले पाकिस्तान ने ही चीन को अमेरिका के साथ काम करने के लिए तैयार किया था। यह पाकिस्तान ही था जिसने हेनरी कैसिंजर और चीनियों के बीच बैठक आयोजित करवाई थी। इसलिए हमें उम्मीद है कि हम एक बार फिर एक ऐसा देश बन सकते हैं जो दुनिया के देशों और मानवता को साथ लाए।’
श्रीलंका में इमरान ने की थी CPEC की बात
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा था कि उनका देश अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के जरिए श्रीलंका के साथ कारोबारी संबंधों को बढ़ाने की दिशा में देख रहा है। श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ मुलाकात के बाद अपने संबोधन में खान ने कहा कि उनके पहले दौरे का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे कारोबारी संबंधों को मजबूती देने के लिये है। पाकिस्तान चीन के ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ (BRI) का हिस्सा है, CPEC इसका एक फ्लैगशिप प्रोग्राम है।’ खान ने कहा कि CPEC का मतलब मध्य एशिया तक संपर्क कायम होने से है।