इस्लामाबाद | ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की भ्रष्टाचार पर सालान रिपोर्ट को तैयार करने में अपने अध्ययन से योगदान देने वाले आठ अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में से दो ने 2019 की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान में भ्रष्टाचार पहले से बढ़ा है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की सालाना करप्शन पर्सेप्शन इंडेक्स (सीपीआई) रिपोर्ट अगले साल फरवरी में बर्लिन में जारी होगी।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए काम करने वाले एक संगठन से संबद्ध सूत्र के मुताबिक, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की पाकिस्तान में भ्रष्टाचार बढ़ने संबंधी रिपोर्ट का संज्ञान ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा अपनी अगली सीपीआई रिपोर्ट को बनाने के दौरान लिया जाएगा।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान की रैंकिंग 101 से खिसककर अब 99 पर आ गई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट से पहले वर्ल्ड जस्टिस प्रोजेक्ट ने अपने 'रूल ऑफ लॉ इंडेक्स 2019 इनसाइट्स' में कहा कि पाकिस्तान ने 2018 के मुकाबले में 2019 में भ्रष्टाचार के मामले में एक स्थान खोया है।
सूत्र ने कहा कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की भ्रष्टाचार पर सालाना रिपोर्ट में योगदान देने वाले आठ संगठनों में से दो ने अपने सर्वे में पहले ही पाकिस्तान के अंक घटा दिए हैं जिसका आशय है कि पाकिस्तान में भ्रष्टाचार बढ़ा है।
सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान के लिए यह स्थिति चिंताजनक है क्योंकि सभी फंडिंग एजेंसी किसी भी देश को कर्ज देने में उस देश के सीपीआई स्कोर को बेहद महत्व देती हैं और जितना खराब स्कोर होता है, कर्ज या मदद की शर्त उतनी ही कठोर होती जाती है।