पेशावर-कराची: पाकिस्तान के अल्पसंख्यक शिया बहुल पाराचिनार जनजातीय इलाके में ईद की खरीदारी के लिए भीड़ भरे बाजार में दोहरे विस्फोट और क्वेटा में आत्मघाती हमले की घटना में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई और 121 लोग घायल हो गए।
बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में पुलिस महानरीक्षक एहसान महबूब के कार्यालय के नजदीक विस्फोटकों से लदी एक कार धमाके में 7 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए। यह हमला आत्मघाती हमलावर ने किया। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह और जमात उल अहरार (JUA) से जुड़े स्थानीय संगठनों ने विस्फोट का दावा किया है। JUA तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग हुआ समूह है। अधिकारियों ने बताया कि कार बम विस्फोट में 7 पुलिसकर्मियों सहित 13 लोगों की मौत हो गई।
इससे पहले कुर्म जनजातीय जिले के शिया बहुल शहर में ईद की खरीदारी कर रहे लोगों से भरे व्यस्त बाजार में जोरदार दोहरे विस्फोट में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट पाराचिनार इलाके के तूरी बाजार में हुआ जहां एक बस टर्मिनल भी है। दूसरा विस्फोट तब हुआ जब बचावकर्मियों और आसपास खड़े लोग पहले विस्फोट में घायल हुए लोगों की मदद करने पहुंचे। पाराचिनार जिला सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक साबिर हुसैन ने बताया कि कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
विस्फोट की प्रकृति को लेकर विवरण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। धमाकों की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन अतीत में सुन्नी आतंकी समूहों ने इलाके में कई हमलों की जिम्मेदारी ली है। आपात और बचाव सेवा के कर्मियों ने घायलों को एजेंसी मुख्यालय अस्पताल पाराचिनार में भर्ती कराया। सुरक्षा बलों ने समूचे इलाके की घेराबंदी कर दी और तलाश अभियान चलाया। पाकिस्तान सेना टुकड़ी और एफसी कर्मी बचाव अभियान के लिए विस्फोट स्थल पर पहुंचे। सेना ने एक बयान में कहा, ‘सेना का 2 विमान घायलों को जल्दी से पेशावर पहुंचाने के लिए पेशावर से पाराचिनार पहुंचा।’ इसमें कहा गया है, बचाव अभियान जारी है।