हाल ही में 26/11 आतंकी हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद को रिहा करने के बाद पाकिस्तान पर भारत, अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के कारण हाफिज सईद को फिर से हिरासत में लेना पड़ा। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले हाफिज सईद को पाकिस्तान में रिहा कर दिया गया था। नज़रबंदी पर कोर्ट में बहस हो रही थी, लेकिन पाकिस्तानी हुकूमत आतंक के आका के खिलाफ एक सबूत नहीं दे पाई। (इंडोनेशिया: ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा बंद)
इतना ही नहीं पाकिस्तानी सेना ने भी कोई दावा पेश नहीं किया और अदालत ने मजबूर सईद को रिहा करने का हुक्म दिया। आजादी से पहले ही उसने भारत के खिलाफ जहर उगलना भी शुरू कर दिया है। एक दिन पहले जैसे ही कोर्ट ने उसकी नजरबंदी खत्म करने का आदेश दिया, हाफिज ने कश्मीर को आजाद करने की गीदड़भभकी दे दी। मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई से न सिर्फ भारत बल्कि अमेरिका भी काफी नाराज हुआ था। अमेरिका ने कहा था कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संस्थापक हाफिज सईद की नजरबंदी से रिहाई को लेकर वह चिंतित है।
अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से जारी एक बयान में अमेरिका ने पाकिस्तान से कड़ी भाषा में कहा कि सईद की आतंकी गतिविधियों के लिए उसे गिरफ्तार किया जाए और आरोपित किया जाए। ऐसा माना जा रहा है कि हर तरफ से पड़ रहे दबाव के कारण पाकिस्तान को मजबूरन हाफिज सईद को फिर से गिरफ्तार करना पड़ा है। लेकिन इस बार उसके खिलाफ कमजोर केस बनाया गया है। जिन कड़ी धाराओं को उसके खिलाफ लगाए जाने की जरूरत थी, वे नहीं लगाई गई हैं।