इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान शरणार्थियों द्वारा फर्जी तरीके से बनवाए गए लगभग 2,00,000 कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्रों (सीएनआईसी) को रद्द कर दिया है। गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने शनिवार को अपने गृह नगर रावलपिंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हमारे पास 15 लाख अफगान शरणार्थियों का डेटा है, जिनको कानूनी दर्जा मिला हुआ है और देश में लगभग 8,00,000 अफगान अवैध रूप से रह रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि वीजा जारी करने में होने वाले भ्रष्टाचार से निपटा जा रहा है और सरकार 192 देशों के नागरिकों को ऑनलाइन वीजा सुविधा प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार की आशंकाओं को खत्म करने के लिए हमने ऑनलाइन वीजा सेवा शुरू की है क्योंकि वीजा की ‘मैनुअल प्रोसेसिंग’ में भ्रष्टाचार की आशंका रहती है।"
उन्होंने कहा कि एक ही दिन में ऑनलाइन वीजा के लिए 2,00,000 से अधिक वीजा आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस बीच, राशिद ने कहा कि सशस्त्र बलों को निशाना बनाने वाले लोग विदेशों के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं और "सेना विरोधी" टिप्पणी करने वालों के खिलाफ "72 घंटों के भीतर" कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, "हम अपने देश और सरकारी संस्थानों के खिलाफ इस तरह के दुष्प्रचार को मात दे देंगे।"