इस्लामाबाद: पाकिस्तान के राज्य खैबर पख्तूनख्वा में 1,000 सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। यह फैसला राज्य के एजुकेशन डिपार्टमेंट ने छात्रों की कमी के चलते लिया है। विभाग ने बंद हुए स्कूलों के बच्चों को करीबी स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया है। आपको बता दें कि इस राज्य में इमरान खान के नेतृत्व वाली पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का शासन है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंद किए गए स्कूलों में अधिकांश को बने अभी मुश्किल से दो दशक हुए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन स्कूलों को बगैर सोचे-समझे ऐसी जगहों पर बनाया गया जहां बच्चों का आना मुश्किल ही था, लेकिन अपने वोटरों को लुभाने के लिए तब की सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर इनके निर्माण की इजाजत दे दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने डॉन न्यूज को सोमवार को बताया, ‘शिक्षा विभाग मजबूर है क्योंकि इस संबंध में हमें केवल मुख्यमंत्री परवेज खट्टक के निर्देश को मानना होगा। हमें जरूरत के हिसाब से स्कूल का निर्माण कराने की इजाजत नहीं है, हमें मुख्यमंत्री के आदेश का इंतजार करना होगा।’
अधिकारी ने बताया कि स्कूल के निर्माण के संबंध में शिक्षा विभाग के विचार को अक्सर अस्वीकार कर दिया जाता है। जहां मुख्यमंत्री चाहेंगे वहीं विद्यालय का निर्माण होगा। डॉन न्यूज ने एक जिला शिक्षा अधिकारी के हवाले से बताया कि शिक्षा विभाग ने उन स्कूलों को बंद कर दिया है, जहां 40 से कम विद्यार्थियों ने अपना नामांकन कराया है। उन्होंने बताया कि बंद किए गए अधिकतर स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सरकारी मानदंड के अनुसार, नए स्कूल का निर्माण उन इलाकों में किया जाएगा, जहां कम से कम 1,000 लोगों की आबादी होगी और कम से कम 160 छात्र स्कूलों में अपना नामांकन करवाएंगे।