इस्लामाबाद: पनामा पेपर्स लीक के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की सुनवाई करते हुए पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने आज दिए आदेश में संयुक्त जांच टीम (JIT ) के गठन का आदेश दिया है। कोर्ट के आदेश के अनुसार पाक पीएम नवाज शरीफ और उनके दोनों बेटों को इस कमेटी के सामने पेश होना होगा। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की टीम ने 3-2 से इस मामले में अपना आदेश जारी किया है।
पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पनामा लीक मामले में यदि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ फैसला आता है तो पार्टी मध्यावधि चुनाव का ही विकल्प चुनेगी। चुनाव का विकल्प चुनने का मकसद यही होगा कि हम इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ को इस हालात का लाभ उठाने नहीं देना चाहेंगे और अगले चुनाव में पीएमएल-एन दोबारा सत्ता हासिल कर लेगी। हालांकि पार्टी का एक गुट मध्यावधि चुनाव के पक्ष में नहीं है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कल घोषणा की कि उसकी पांच सदस्यीय पीठ आज पनामा मामले पर फैसला देगी। मामले की शुरूआत तीन नवंबर को हुई थी और न्यायालय ने 23 फरवरी को कार्यवाही पूरी करने से पहले 35 सुनवाई की थीं। यह मामला लंदन में शरीफ के परिवार की कथित अवैध संपत्तियों के बारे में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ प्रमुख इमरान खान और अन्य की कई एक जैसी याचिकाओं पर आधारित है। ये संपत्तियां तब सामने आई थीं जब लीक दस्तावेजों के एक संग्रह पनामा पेपर्स में दिखाया गया कि उनका प्रबंधन शरीफ के परिवार के मालिकाना हक वाली विदेशी कंपनियां करती थीं।