इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिकों द्वारा संघर्ष विराम के कथित रूप से उल्लंघन को लेकर आज भारत के उप उच्चायुक्त को तलब किया। उप उच्चायुक्त को इस महीने चौथी बार तलब किया गया है। विदेश कार्यालय ने कहा कि महानिदेशक दक्षिण एशिया एवं दक्षेस डॉ मोहम्मद फैसल ने उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया और कल लीपा सेक्टर में भारतीय बलों द्वारा किए गए बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम के उल्लंघन की निंदा की। विदेश कार्यालय ने दावा किया कि गोलीबारी में दो महिलाओं की मौत हो गयी और छह लोग घायल भी हुए। मृतकों की पहचान सुमैरा और मरियम के तौर पर हुई है। (रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने पर काम कर रही है सरकार: सू की)
फैसल ने कहा कि संयम की अपील किए जाने के बावजूद भारत लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा, नागरिकों को जानबूझाकर निशाना बनाना निश्चित तौर पर निंदनीय है और मानव मर्यादा एवं अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों एवं मानवीय कानूनों के उलट है। फैसल ने कहा, भारत द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है और इससे रणनीतिक समीकरण बिगड़ सकते हैं।
विदेश कार्यालय ने कहा कि फैसल ने भारत से 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सम्मान करने, संघर्ष विराम की ताजा एवं दूसरी घटनाओं की जांच करने और भारतीय बलों को संघर्ष विराम का अक्षरश: पालन करने तथा नियंत्रण रेखा एवं कामकाजी सीमा पर शांति बनाए रखने का निर्देश देने की मांग की। उन्होंने साथ ही भारत से भारत एवं पाकिस्तान से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह यूएनएमओजीआईपी को वह भूमिका निभाने देने की अपील की जो उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप दी गयी है। भारत हमेशा कहता आया है कि शिमला समझौते एवं नियंत्रण रेखा की स्थापना के बाद यूएनएमओजीआईपी की उपयोगिता और महत्व खत्म हो चुके हैं।