इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि उन्हें आशा है कि इस्लामाबाद द्वारा समर्थित अमेरिका-तालिबान वार्ता 'करीब तीन दशकों से कष्ट झेल रहे बहादुर अफगान लोगों की पीड़ा को समाप्त कर सकती है।' संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक दिन पहले अमेरिका व तालिबान के बीच बातचीत हुई है। खान ने ट्वीट कर कहा, "पाकिस्तान ने अबू धाबी में तालिबान और अमेरिका के बीच संवाद में मदद की है।"
उन्होंने कहा, "हम मिलकर प्रार्थना करते हैं कि इससे करीब तीन दशकों से कष्ट झेल रहे बहादुर अफगान लोगों की पीड़ा समाप्त होगी और शांति आएगी। शांति प्रक्रिया के लिए पाकिस्तान से जो बन पड़ेगा, वह करेगा।"
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान समर्थित वार्ता के पहले चरण के लिए यूएई में अमेरिकी राजनयिकों और तालिबान प्रतिनिधियों की मुलाकात के बाद खान की यह टिप्पणी आई है। यह मुलाकात बातचीत के माध्यम से अफगान युद्ध को समाप्त करने के रास्ते तलाशने के लिए हुई। अबू धाबी में हुई बैठक में पाकिस्तान, सऊदी अरब, और यूएई के अधिकारी भी शामिल हुए।
दिन भर चली बैठक के समापन पर भागीदार दलों में से किसी ने भी कोई बयान जारी नहीं किया। हालांकि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने एक ट्वीट के माध्यम से वार्ता की शुरुआत की औपचारिक घोषणा की थी।