इस्लामाबाद: पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी ISI के चीफ की नियुक्ति के लिए पाकिस्तान सेना के सामने इमरान खान की दाल नहीं गल सकी है और हारकर इमरान खान को उसी लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को ISI चीफ बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा है जिसके वे खिलाफ थे। इमरान खान के कार्यालय ने नदीम अंजुम को नया ISI चीफ बनाने को मंजूरी दे दी है और 20 नवंबर से नदीम अपना कार्यभार संभालेगा। इमरान खान चाहते थे कि मौजूदा ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को नहीं हटाया जाए लेकिन पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के आगे इमरान खान को झुकना पड़ा है। फैज हमीद 19 नवंबर तक ISI चीफ बना रहेगा।
खुद इमरान खान के कार्यालय की तरफ से नदीम अंजुम की बतौर ISI चीफ की नियुक्ति की जानकारी दी गई है। इमरान खान के कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि मंगलवार को नए ISI चीफ की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान तथा सेना प्रमुख के बीच बैठक हुई और बैठक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से नए ISI चीफ के लिए कुछ नाम सुझाए गए लेकिन अंत में लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के नाम पर सहमति बनी है।
बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने अक्तूबर की शुरुआत ISI चीफ फैज हमीद को हटाने और उनकी जगह नदीम अहमद अंजुम को नया प्रमुख बनाने का ऐलान किया था। हालांकि, जनरल कमर जावेद बाजवा के नेतृत्व वाली सेना की ओर से यह घोषणा होने के बावजूद पीएम इमरान खान ने नदीम अंजुम को ISI चीफ बनाने का फैसला नहीं लिया। प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यालय ने अंजुम की नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं की, जिस वजह से सरकार और सेना के बीच इस नियुक्ति को लेकर मतभेद हो गया था।
कानून के अनुसार, सेना प्रमुख से विमर्श के बाद ISI प्रमुख की नियुक्ति का कानूनी अधिकार प्रधानमंत्री के पास है लेकिन जब मामला लंबा चला तो पाकिस्तान सरकार ने कहा कि खुफिया एजेंसी ISI के नए प्रमुख की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। हालांकि पाकिस्तान सरकार की इस टिप्पणी से यह साफ हो गया था कि नए ISI चीफ की नियुक्ति को लेकर वहां की सेना और सरकार के बीच मतभेद हैं और अब मजबूर होकर इमरान खान को बाजवा की पसंद नदीम अंजुम को ही नया ISI चीफ बनाना पड़ा।