इस्लामाबाद: क्रिकेट टीमों का दौरा रद होने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है और अनाप-शनाप आरोप लगाने लगा है। कभी वो इसे अमेरिका की साजिश बता रहा है तो कभी भारत पर दोष मढ़ रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने दावा किया है कि न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम को धमकी भरा ईमेल मुंबई से भेजा गया था। चौधरी ने कहा कि न्यूजीलैंड की टीम ने सूचना दी थी कि उन्हें सुरक्षा खतरे के बारे में उनकी सरकार ने आगाह किया है। बताया जाता है कि फाइव आई गठबंधन ने न्यूजीलैंड को सुरक्षा खतरे को लेकर यह जानकारी दी थी। बता दें कि न्यूजीलैंड की टीम ने सुरक्षा के खतरे का हवाला देते हुए पिछले शुक्रवार को पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया था जिसके बाद इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भी सोमवार को अगले महीने पाकिस्तान में निर्धारित द्विपक्षीय श्रृंखला रद्द कर दी थी।
पाकिस्तान दावा करता रहा है कि हाल में देश में हुए कुछ आतंकी हमलों के पीछे भारत का हाथ था। भारत ने इन दावों को आधारहीन कहकर खारिज कर दिया और इस्लामाबाद से अपनी सरजमीं पर पनपने वाले आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने जुलाई में कहा था, ‘‘पाकिस्तान के लिये भारत के खिलाफ बेबुनियाद दुष्प्रचार करना कोई नयी बात नहीं है। अच्छा होगा कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं से हो रहे आंतकवाद और वहां सुरक्षित ठिकाने हासिल करने वाले आंतकवादियों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई करे। जब आंतकवाद की बात आती है तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की स्थिति से वाकिफ है।’’
गृह मंत्री शेख राशिद अहमद के साथ बुधवार को प्रेस कांफ्रेस में चौधरी ने कहा कि अगस्त में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादी एहसानुल्लाह एहसन के नाम पर एक फर्जी पोस्ट बनायी गयी जिससे न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड और सरकार को अपनी टीम पाकिस्तान भेजने से बचने को कहा गया कि उसे निशाना बनाया जायेगा। इसके बावजूद न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम पाकिस्तान की यात्रा पर पहुंच गयी। चौधरी ने कहा कि पर पहले मैच के दिन न्यूजीलैंड अधिकारियों ने कहा कि उनकी सरकार को खतरे की चिंता है और उन्होंने दौरा रद्द कर दिया। डॉन न्यूज ने उनके हवाले से कहा, ‘‘पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अधिकारी, गृह मंत्रालय की सुरक्षा टीम, हर कोई उनके पास गया कि उनसे इस धमकी को साझा करें। लेकिन वे हमारी तरह ही अनजान थे।’’
उन्होंने कहा कि एक दिन बाद एक और धमकी भरा मेल न्यूजीलैंड टीम को भेजा गया जिसके लिये हम्जा अफरीदी की आईडी का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने दावा किया कि जांच करने वाले अधिकारियों को पता चल गया था कि यह ईमेल भारत में किसी डिवाइस से भेजा गया था। उन्होंने दावा किया, ‘‘यह वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) से भेजा गया था जिसमें इसकी जगह सिंगापुर दिखायी गयी थी।’’ उन्होंने कहा कि इस डिवाइस पर 13 और भी आडी थी जिसमें से ज्यादातर सभी भारतीय नामों की ही थी। चौधरी ने दावा किया, ‘‘न्यूजीलैंड टीम को जो धमकी दी गयी थी, उसके लिये भारत में इस डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था। एक फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया गया लेकिन यह महाराष्ट्र से भेजा गया था।’’
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने एक मामला दर्ज कर लिया है और इंटरपोल से तहरीक ए लब्बैक प्रोटोनमेल और हम्जा अफरीदी की आईडी पर सूचना के लिये सहायता का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज की टीम दिसंबर में पाकिस्तान का दौरा करेगी। और उनके अनुसार, ‘‘टीम के लिये पहले ही एक धमकी जारी कर दी गयी है’’ उन्होंने दावा किया कि यह भी एक प्रोटोनमेल अकाउंट द्वारा जारी की गयी थी। उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम मानते हैं कि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के खिलाफ अभियान है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और अन्य संस्थाओं को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।’’
इंग्लैंड की टीम के दौरा रद्द करने के फैसले पर चौधरी ने कहा कि ब्रिटिश उच्चायुक्त क्रिस्टियन टर्नर ने साफ किया कि ब्रिटेन सरकार के पाकिस्तान पर परामर्श में कोई बदलाव नहीं हुआ था। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार को कोई आपत्ति नहीं है तो इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड (दौरा रद्द करने वाला) कौन है? यह दावा करना कि खिलाड़ी थके हुए हैं, बहुत ही घटिया बहाना है।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय इस मुद्दे को सभी संबंधित मंचों पर उठायेगा और पाकिस्तान टीवी वित्तीय नुकसान का आकलन करेगा।’’ चौधरी ने कहा, ‘‘हम इस पर काम कर रहे हैं और अगर हमारी विधिक टीम अनुमति देती है तो हम ईसीबी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।’’
ये भी पढ़ें