पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के नक्शे कदम पर चलते हुए पाकिस्तान के वियतनाम में राजदूत कमर अब्बास खोखर ने ट्विटर पर अपनी खूब फजीहत कराई। दरअसल अब्बास प्राचीन इतिहास पर अपने ज्ञान का बखान कर रहे थे। इस बीच वे दुनिया के प्राचीन विश्वविद्यालयों में से एक तक्षशिला को 'प्राचीन पाकिस्तान' का हिस्सा बता गए। इसके साथ ही उन्होंने अर्थशास्त्र के लेखक चाणक्य और महान भाषाविद् पाणिनि को भी पाकिस्तान की संतान बता डाला। फिर क्या था, इंटरनेट की दुनिया में उनकी फजीहत का दौर फिलहाल जारी है। हालांकि, जिस अकाउंट से ट्वीट किया गया है, वो वेरिफाइड नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया पर उनके ट्वीट को खूब ट्रोल किया जा रहा है।
खोखर ने ट्वीट किया था, "तक्षशिला विश्वविद्यालय का एरियल व्यू फिर से बनाया गया है। तक्षशिला 2700 साल पहले प्राचीन पाकिस्तान में आज के इस्लामाबाद के नजदीक स्थित थी। 16 देशों से 64 अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करने 10,500 से ज्यादा छात्र यहां आते थे। यहीं पाणिनि जैसे विद्वानों ने भी पढ़ाई की थी।"
इतना ही नहीं पाकिस्तानी राजदूत ने पाणिनि और अर्थशास्त्र के लेखक चाणक्य को 'प्राचीन पाकिस्तान' की संतान कह दिया। खोखर ने दो वीडियो भी पोस्ट किए जिनमें ऐसे ही तमाम फर्जी दावे किए गए थे।
सोशल मीडिया पर खूब हुई फजीहत
पाकिस्तानी राजनयिक के इस ज्ञान पर सोशल मीडिया पर लोग खूब मजे ले रहे हैं। खोखर के बयान के कुछ घंटों में ही #ancientpakistan ट्विटर पर टॉप ट्रेंड करने लगा। ट्विटर पर लोग कह रहे हैं कि 14-15 अगस्त 1947 से पहले कोई पाकिस्तान था ही नहीं। वहीं, एक अन्य यूजर ने पूछा, क्या पाकिस्तान का अस्तित्व 2700 साल पहले था? आपका इतिहास 1947 से पहले का नहीं है। इस्लाम भी 1400 साल पहले आया।