नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर जब पाकिस्तान पर आरोप लगे तो प्रधानमंत्री इमरान खान ने सबसे पहले तो पाकिस्तान और वहां के आतंकियों का इस हमले में हाथ होने से ही इंकार कर दिया लेकिन पाकिस्तान के आर्मी चीफ कैमरे पर कुछ ऐसा बोल गए जिसे सुनने के बाद फिर इमरान खान को किसी सबूत की जरूरत नहीं होगी। कमर जावेद बाजवा ने बोला कि सोसाइटी में खिलाफत की अब कोई जगह नहीं है, हम जेहाद के नाम पर बहुत बड़े तबके को कट्टर बना चुके हैं।
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में अगर किसी की हुकूमत चलती है तो वो है पाकिस्तान की आर्मी। पीएम इमरान खान तो आर्मी के हाथ की कठपुतली हैं और ये पाकिस्तान के इसी आर्मीचीफ का कैमरे पर कबूलनामा है कि वो उनकी हुकूमत और उनके लोगों ने ही दहशतगर्तों को जेहाद के नाम पर पाला-पोसा है, उन्हें हथियार और सियासी ताकत मुहैया कराया है और अब किसी के दबाव में हम इन्हें छोड़ नहीं सकते हैं।
बाजवा ने कहा, ‘’सोसाइटी में खिलाफत की अब कोई जगह नहीं है, हम जेहाद के नाम पर बहुत बड़े तबके को कट्टर बना चुके हैं। हमने इन्हें हथियार और सियासी ताकत देकर मजबूत किया है और अब इन्हें सिर्फ इसलिए नहीं छोड़ सकते क्योंकि हम उनमें से कुछ को पसंद नहीं करते हैं। याद रहे हमने 40 साल पहले जो बोया था, वही फसल अब हम काट रहे हैं।‘’
सभी को पता है कि पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी का बच्चा है। सिर्फ मसूद ही नहीं, हाफिज सईद, सलाउद्दीन समेत तमाम दहशतगर्दों को पाकिस्तानी आर्मी और वहां की हुकूमत की सरपस्ती हासिल है। यही वजह है कि अमेरिका और ब्रिटेन समेत तमाम देशों से पाकिस्तान को लताड़ लग चुका है और अब पाकिस्तानी आर्मी चीफ खुद कैमरे पर कबूल कर रहे हैं कि 40 साल पहले उसके देश ने जो बोया था उसे ही अब काट रहा है।