पाकिस्तान में जिस तरह जेहादी ताकतें दिनों दिन मजबूत होती जा रही है, जिसके चलते आतंकी सरगना हाफिज़ सईद को प्रधानमंत्री के रूप में चुना जा सकता है। यह खुलासा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और भारत के थिंक टैंक स्ट्रैटेजिक फोरसाइट ग्रुप (एसएफजी) की एक ताजा रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान में जिहाद की जड़ें पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई हैं। जिसके चलते हाफिज़ सईद भविष्य में चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बन सकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक इस रिपोर्ट में दक्षिण एशिया में 2020 के बाद एक गंभीर आतंकवादी खतरे की ओर इशारा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवादी और चरमपंथी मिलकर भारतीय राजनीतिक और वित्तीय तंत्र पर हमला बोल सकते हैं। खासबात यह है कि पाकिस्तानी सेना का भी इसमें पूरा समर्थन है।
'ह्यूमेनिटी एट रिस्क- ग्लोबल टैरर थ्रेट इंडिसेंट' नाम की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमले भविष्य में भारत-पाकिस्तान को एक पूर्ण युद्ध की ओर ले जाएंगे।
पाकिस्तान का इस्लामिक आतंकवादी साईद लश्कर ए तोइबा (एलईटी) का सह संस्थापक है और जमा-उद-दावा (जेयूडी) का प्रमुख है। मुख्यत: पाकिस्तान में संचालित जेयूडी को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। 2008 में हुए मुंबई हमलों में नाम सामने आने के बाद अप्रैल 2012 को अमेरिका ने हाफिज़ सईद प 10 मिलियन डॉलर का ईनाम भी घोषित किया है।