कराची: पाकिस्तान में आधे से अधिक परिवार गरीबी के कारण दो वक्त की रोटी का जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में शुकवार को नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में एक सर्वे के हवाले से यह जानकारी दी गई।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार राष्ट्रीय पोषण सर्वेक्षण, 2018 के अनुसार पाकिस्तान में आधे से अधिक इतने गरीब परिवार हैं कि वे दिन में दो बार खाना तक नहीं खा सकते। इससे देश में कुपोषण देखने को मिल रहा है।
नैशनल हेल्थ सर्विस मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, देश के 40.2 प्रतिशत बच्चे अत्यधिक कुपोषण का शिकार हैं जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधक है। इस सर्वे का उद्देश्य प्रशासन का ध्यान देश के बच्चों में बढ़ते कुपोषण की तरफ खींचना है।
यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा सर्वे है जिसमें शहरी और ग्रामीण आबादी, गिलगित-बाल्टीस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को भी शामिल किया गया है। सर्वे में देश के 115,600 परिवार, 145,324 महिलाओं को शामिल किया गया है। पांच साल से नीचे के 76,742 और 10 से 19 साल के 145,847 किशोरों पर भी यह अध्ययन किया गया है।