कराची: एक मीडिया रिपोर्ट में आज कहा गया कि अल-कायदा के मारे जा चुके प्रमुख ओसामा बिन लादेन को अफगानिस्तान इसलिए भेजा गया था ताकि वह पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और फिर सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ की हत्या की साजिश पर नजर रख सके। (रुस के सेंट पीटर्सबर्ग में सुपरमार्केट में ब्लास्ट, 10 लोग घायल )
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की ओर से इकट्ठा की गई खुफिया सूचना का हवाला देते हुए ‘दि न्यूज’ ने रिपोर्ट प्रकाशित की है कि इस साजिश को अंजाम देने के लिए विस्फोटक ओसामा के कूरियर (दूत) ने मुहैया कराए थे।
27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी के लियाकत बाग में एक चुनावी रैली के दौरान बंदूक और बम हमले की चपेट में आकर भुट्टो मारी गई थीं। यह खुलासा भुट्टो की ठीक 10वीं बरसी पर हुआ है। थलसेना और आईएसआई ने दिसंबर 2007 में तीन रिपोर्टों और ओसामा के घर से बरामद पत्रों में आंतरिक मंत्रालय को यह सूचना दी थी।