इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मुद्दों और विवादों को हल करने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है और यदि दोनों देशों के बीच वार्ता नहीं होती तो सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर कॉरिडोर खुलने का मामला लटका रहेगा। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी के साथ शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के लिए प्रयास भर कर सकता है।
रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर कॉरीडोर खोले जाने के संबंध में एक प्रश्न के जवाब में फैसल ने कहा कि यदि दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हुई तो कुछ नहीं हो सकता। हालांकि उन्होंने सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए भारत से बातचीत करने के अपने रूख को दोहराया।
गौरतलब है कि करतारपुर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में स्थित है। यह स्थान भारत पाकिस्तान सीमा के पास स्थित है। पहले सिख गुरु ने 1522 में इसकी स्थापना की थी। पहला गुरुद्धारा ‘गुरुद्धारा करतारपुर साहिब’ यहीं बनाया गया था। कहा जाता है कि गुरुनानक देव जी का निधन यहीं हुआ था।
दरअसल भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच न्यूयॉर्क में बैठक होनी थी लेकिन भारत ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या का हवाला देते हुए बैठक रद्द कर दी थी।