प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने रविवार को चेतावनी दी कि यदि अमेरिका ने अपनी मौजूदा सैन्य नीति जारी रखी और प्योंगयांग के दूसरे अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लांच के प्रतिक्रियास्वरूप कड़े प्रतिबंध लगाए तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उत्तर कोरियाई विदेश मंत्रालय ने सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के जरिए जारी एक बयान में शुक्रवार के बैलिस्टिक मिसाइल लॉंच को देश की सैन्य क्षमताओं का एक प्रदर्शन बताया है। बयान में कहा गया है कि यह परीक्षण अमेरिका के लिए एक सख्त चेतावनी थी कि वह मूर्खतापूर्व टिप्पणियां न करे, प्रतिबंध न लगाए और डीपीआरके (डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) के खिलाफ दबाव का अभियान न चलाए। (मांगों का अनुपालन किया तो अरब देश करेंगे कतर से वार्ता)
बयान में कहा गया है, "अमेरिका द्वारा युद्ध का ढिंढोरा पीटने और डीपीआरके पर कड़े प्रतिबंध लगाने की धमकी देने से उत्तर कोरिया मजबूत ही हुआ है और परमाणु बम हासिल करने का इसका कदम और न्यायोचित साबित हुआ है।" अमेरिका ने रविवार को इसके पहले उत्तर कोरिया के शुक्रवार के आईसीबीएम लांच के जवाब में कोरियाई प्रायद्वीप के पास बी-1बी बमवर्षक तैनात कर दिए।
अमेरिका ने कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहेगा कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ कठोर प्रतिबंध लगाए और इसके साथ ही वह मिसाइल परीक्षण के जवाब में एकतरफा प्रतिबंध लगाने पर काम करेगा। उल्लेखनीय है कि प्योंगयांग ने शुक्रवार को ह्वासोंग-14 मिसाइल दागा था, जिसने लगभग 47 मिनट में 998 किलोमीटर की दूरी तय की थी और जापान सागर में गिरने से पहले 3,724.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचा था। उत्तर कोरिया ने इस लांच को सफल बताया था और कहा था कि इससे साबित हो गया है कि प्योंगयांग अमेरिका के किसी भी हिस्से को मिसाइल से निशाना बना सकता है।