वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया का इंटरकंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल आईसीबीएम परीक्षण उसके निरंकुश शासन का दुस्साहसी एवं खतरनाक कदम है और यह कदम प्योंगयांग को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और अलग थलग कर देगा। पेंटागन ने कहा कि उत्तर कोरिया ने एक महीने में कल दूसरी बार आईसीबीएम का परीक्षण किया। इससे एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए कड़े प्रतिबंध लागू करने के लिए मतदान किया था।
ट्रंप ने प्योंगयांग के आईसीबीएम परीक्षण के कुछ घंटों बाद कहा, उत्तर कोरिया ने आज एक और बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया जो एक महीने से भी कम समय में ऐसा दूसरा परीक्षण है। यह उत्तर कोरिया के शासन का नया दुस्साहसी एवं खतरनाक कदम है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस कदम की निंदा करता है और उत्तर कोरियाई शासन के इस दावे को खारिज करता है कि ये परीक्षण और ये हथियार प्योंगयांग की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि इस दावे के विपरीत इनका प्रतिकूल प्रभाव होता है।
ट्रंप ने कहा, विश्व को डरा कर ये हथियार एवं परीक्षण उत्तर कोरिया को और अलग थलग बनाते हैं, इसकी अर्थव्यवस्था को कमजोर करते हैं और इसके लोगों को वंचित करते हैं। उन्होंने कहा, अमेरिका अपने देश और क्षेत्र में अपने सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
बता दें कि उत्तर कोरिया ने शुक्रवार की रात एक बार फिर इंटरकंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इससे अब अमेरिका उसकी मिसाइल की जद में लगभग पहुंच चुका है। इस परीक्षण के साथ ही उत्तर कोरिया ने इस साल 12वीं बार मिसाइल परीक्षण किया। दक्षिण कोरियाई न्यूज एजेंसी यॉन्हूफ के अनुसार, इस मिसाइल की जद में अमेरिका के लॉस एंजिलिस सहित कई दूसरे शहर भी आ सकते हैं। मिसाइल को मुपयोंग नी से लॉन्च किया गया है और इसने 1000 किमी की दूरी तय की। इसके बाद वह जापान सागर में गिर गया।