तोक्यो: उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है कि अगर प्योगयांग पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वाशिंगटन के प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो अमेरिका को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने आज सुबह एक बयान जारी किया कि वह अमेरिका के कदमों पर नजर रख रहा है। उसने चेतावनी दी कि वह खुद जवाबी कार्वाई करने के लिए तैयार और इच्छुक है। (रोहिंग्या मुद्दे से निपटने के लिए बांग्लादेश ने भारत की मदद मांगी)
अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा नए प्रतिबंध लगाने के लिए वोट की अपील की है। अमेरिका ने पिछले मंगलवार को उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र के कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव वितरित किया था। इसमें उत्तर कोरिया के तेल और प्राकृतिक गैस के निर्यात पर प्रतिबंध के साथ-साथ उत्तर कोरियाई सरकार और उसके नेता किम जोंग उन की सभी विदेशी वित्तीय संपत्तियों को जब्त करने की मांग की गई है।
सुरक्षा परिषद के राजनयिकों ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच मसौदे पर रविवार देर रात तक चर्चा चली। राजनयिक सार्वजनिक रूप से इस मुद्दे पर बात करने के लिए अधिकृत नहीं थे। बयान में कहा गया है कि अमेरिका उत्तर कोरिया के अपनी रक्षा के लिए उठाए गए वैध कदमों को बहाना बनाकर उसका दम घोटना चाहता है।