कराची: पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल क़ादिर ख़ान ने पाकिस्तान द्वारा उत्तर कोरिया को परमाणु टैक्नोलॉजी मुहैया कराने के आरोप को ख़ारिज करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया की टैक्नोलॉजी पाकिस्तान से कहीं बेहतर है।
डॉन के अनुसार बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में डॉ. क़ादिर ने सोमवार को कहा कि उत्तर कोरिया परमाणु क्षेत्र में आत्मनिर्भर है क्योंकि उसके वैज्ञानिक बहुत अच्छे हैं।
ग़ौरतलब है कि एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण किया है। इसे अब तक किए परमाणु परीक्षणों में सबसे शक्तिशाली माना जा रहा है। उचत्तर कोरिया ने अब तक छह परमाणु परीक्षण किए हैं।
डॉ. क़ादिर पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि वह मिसाइल प्रोग्राम के तहत दो बार उत्तर कोरिया जा चुके हैं और उन्होंने पाया कि उनके पास पाकिस्तान की तुलना में कहीं बेहतर परमाणु टैक्नोलॉजी है। “उनके वैज्ञानिक बहुत सक्षम हैं और उनमे से ज़्यादातर रुस में पढ़े हैं।”
उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर डॉ. ख़ान ने कहा, “सवाल ही नहीं उठता। उनके पास हमसे बेहतर टैक्नोलॉजी है। हमारे पास तो वही पुरानी पारंपरिक टैक्नोलॉजी है।”
2004 फ़रवरी में ख़ान ने उत्तर कोरिया, लिबिया और ईरान को परमाणु टैक्नोलॉजी और ज्ञान सप्लाई करने की बात स्वीकार की थी। उन्होंने कहा कि परमाणु कार्यक्रम के मामले में उ. कोरिया के साथ पाकिस्तान के संबंध जग ज़ाहिर हैं। “पाकिस्तान सरकार तक ने कहा है कि हम उ. कोरिया के संपर्क में हैं।”
उ. कोरिया के ताज़ा परमाणु बम परीक्षण पर उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन बम परीक्षण में किसी भी शहर को चंद मिनटों में तबाह करने की क्षमता है।