सियोल: दक्षिण कोरिया और जापान की सेनाओं ने बताया कि उत्तर कोरिया ने हथियारों का परीक्षण जारी रखते हुए मंगलवार को समुद्र में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी। मिसाइल का परीक्षण ऐसे वक्त में हुआ जब कुछ घंटों पहले अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर कूटनीति बहाल करने की अपनी पेशकश दोहरायी। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने अभी यह नहीं बताया कि यह किस तरह की बैलिस्टिक मिसाइल थी या कितनी दूर गिरी।
जापान के तटरक्षक बल ने जहाजों की सुरक्षा के लिए एक परामर्श जारी किया लेकिन अभी यह नहीं बताया कि मिसाइल कहां गिरी। दक्षिण कोरिया का राष्ट्रपति कार्यालय इस परीक्षण पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक करने की योजना बना रहा है। दक्षिण कोरिया की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया उत्तर कोरिया को आक्रोशित कर सकती है। उत्तर कोरिया सियोल पर उसके हथियार परीक्षणों की निंदा करने जबकि अपनी पारंपरिक सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने का आरोप लगाता रहा है।
उत्तर कोरिया ने कई महीनों बाद सितंबर में अपने हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया। उसने दक्षिण कोरिया को सशर्त शांति वार्ता का प्रस्ताव भी दिया था। कुछ दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उत्तर कोरिया के लिए विशेष दूत सुंग किम का, प्योंगयांग के साथ वार्ता बहाल करने की संभावनाओं पर, सियोल में अमेरिका के सहयोगियों के साथ वार्ता करने का कार्यक्रम है। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु वार्ता दो साल से अधिक समय से रुकी हुई है।
सुंग किम ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘अमेरिका वार्ता बहाल करने के लिए लगातार प्योंगयांग से संपर्क कर रहा है। हमारी मंशा पहले की तरह है। हम लोकतांत्रिक कोरिया गणराज्य के प्रति कोई शत्रुपूर्ण मंशा नहीं रखते और हम बिना शर्तों के बैठक करने के लिए तैयार हैं। वार्ता के लिए तैयार रहने के बावजूद हमारी उत्तर कोरिया को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने की भी जिम्मेदारी है।’’