सोल: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया अपनी भारी हथियारों की तैनाती वाली सीमा पर अगले महीने शिखर सम्मेलन करने को राजी हो गए हैं। उत्तर कोरिया का कहना है कि सुरक्षा गारंटी के बदले वह अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को त्यागने पर विचार करेगा। अगर प्योंगयांग इसकी पुष्टि करता है तो यह उत्तर कोरिया के मौजूदा नेतृत्व द्वाराइस संबंध में दी गई पहली पेशकश होगी, जब वह उन शर्तों पर भी बात करने को तैयार है जिनमें परमाणु हथियार कार्यक्रम को छोड़ना शामिल है। इससे पहले, वह परमाणु हथियारों पर बातचीत करने से इनकार कर चुका है।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरियाई दूतों के साथ प्रायद्वीप में तनाव कम करने के उपायों पर बातचीत की। सरकारी एजेंसी‘ केसीएनए’ ने अपनी एक रिपोर्ट में उक्त जानकारी दी है। किम ने दक्षिण कोरियाई अधिकारियों का‘‘ गर्मजाशी से स्वागत’’ किया, जिन्होंने उन्हें राष्ट्रपति मून जेई इन का एक पत्र सौंपा। ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने कहा, ‘‘दक्षिण के विशेष दूत से राष्ट्रपति मून जेई इन की शिखर सम्मेलन की इच्छा सुनने पर, उन्होंने विचार- विमर्श कर एक संतोषजनक सहमति जताई।’’
रिपोर्ट के अनुसार,‘‘उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य तनाव को कम करने के मुद्दों और सक्रिय संवाद कायम करने, संपर्क, सहयोग और विनिमय शुरू करने पर भी गहन विचार- विमर्श किया।’’ करीब एक दशक बाद उत्तर कोरिया आए दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किम की यह बैठक विभाजित प्रायद्वीप की शीतकालीन ओलंपिक में शुरू हुई चर्चा के बाद आपसी सहयोग बढ़ाने की दिशा में उठाया गया ताजा कदम है। किम के अपनी बहन किम यो जोंग को शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा लेने दक्षिण कोरिया भेजा था जिसके बाद से ही प्रतिनिधिमंडल दोनों परमाणु संपन्न देशों और अमेरिका के बीच वार्ता पर जोर दे रहा है। किम ने मून को शिखर सम्मेलन के लिए प्योंगयांग भी आमंत्रित किया है।