इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने उन सभी खबरों को खारिज कर दिया जिसमें दावा किया गया था कि सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का देश में विलय करना चाहती है। पाकिस्तान ने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। समाचार पत्र ‘डॉन’ की खबर के अनुसार पिछले छह सप्ताह से विलय की खबरें हैं।
फारूक हैदर खान के उस बयान के बाद इसकी शुरुआत हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें बताया गया है कि वह पीओके के आखरी ‘‘प्रधानमंत्री’’ होंगे। खबर के अनुसार सरकार के एक नौकरशाही सेवा समूह का नाम बदलने के बाद इस अफवाह को और हवा मिली थी।
इन खबरों पर विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा फारूक ने गुरुवार को कहा, ‘‘ऐसे किसी प्रस्ताव पर कोई विचार नहीं किया जा रहा।’’ गिलगित-बाल्टिस्तान के दर्जे को बदलने के लिए नया नियमन लाने पर विचार करने की बात को भी उन्होंने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मीडिया की अटकलें हैं, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी।’’