नई दिल्ली: एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी डिनर में मौजूद थे लेकिन इन दोनों नेताओं के बीच न तो किसी तरह का अभिवादन हुआ और न ही दोनों ने एक दूसरे से हाथ ही मिलाया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं की निगाहें भी एक-दूसरे से नहीं मिली। इससे पहले जब इस समारोह से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पीएम मोदी की मुलाकात के दौरान जब चीन की तरफ से पाकिस्तान से बातचीत का मुद्दा उठाया गया तो पीएम मोदी ने साफतौर पर कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत की पहल पहले भी की जा चुकी है लेकिन जबतक पाकिस्तान की तरफ से आतंक के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है तबतक बातचीत से कोई समाधान नहीं निकलने वाला है।
शी-मोदी बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में पाकिस्तान पर संक्षिप्त चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के संबंध में भारत का रुख समान है और वह पड़ोसी देश के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है। गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी से कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के साथ संबंधों में सुधार के लिए कदम उठाए थे, लेकिन उन सभी पर पानी फेर दिया गया।
विदेश सचिव के अनुसार, मोदी ने राष्ट्रपति शी से कहा, ‘‘पाकिस्तान को आतंकवाद मुक्त वातावरण तैयार करने की जरूरत है, लेकिन फिलहाल हमें ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है। हम पाकिस्तान से आशा करते हैं कि बातचीत बहाल करने के लिए वह ठोस कदम उठाएगा।’’ (इनपुट-एजेंसी)