बीजिंग: चीन ने आज कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी घोषित कराने के लिए अमेरिका नीत प्रस्ताव पर उसके द्वारा लगाई गई रोक के बारे में वह समय आने पर फैसला करेगा। इस महीने के आखिर में इसकी समीक्षा होने की उम्मीद है। अमेरिका ने अजहर पर प्रतिबंध के लिए ब्रिटेन और फ्रांस के साथ संयुक्त राष्ट्र का रूख किया था। हालांकि इसे चीन ने रोक दिया और उसके बाद एक बार फिर छह महीने के लिए तकनीकी रूप से रोक दिया। अजहर को वैकि आतंकी घोषित कराने की भारत की कोशिशों के बाद अमेरिका यह प्रस्ताव लाया था। (धरती को एलियन से बचाने के लिए नासा कर रहा भर्ती, सैलरी 1 करोड़ से ज्यादा)
मंत्रालय ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित अन्य की प्रस्तावित अर्जी के लंबित रहने के बारे में बताया, चीन समय आने पर इस बारे में फैसला करेगा। मंत्रालय ने पहले भी एक लिखित जवाब में कहा था, हमने कई बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 समिति को चीन के रूख से अवगत कराया है।
चीन यह कहकर भारत के कदम का विरोध कर रहा है कि यूएनएससी 1267 में इसपर कोई सहमति नहीं है। यूएनएससी 1267 आतंकवादी संगठनों और उनके नेताओं पर वैश्विक प्रतिबंध लगाती है। जेईएम पहले ही प्रतिबंधित सूची में है। भारत ने गत वर्ष मार्च में संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा था। भारत ने उसे पठानकोट आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड बताया।