सोल: दक्षिण कोरिया के वाम झुकाव वाले नए नेता मून जे इन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ शिखर बैठक करने के लिए अगले महीने अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे। उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को लेकर पैदा हुए तनाव के बीच मून के प्रवक्ता ने आज यह जानकारी दी। प्रवक्ता यून योंग चान ने बताया कि जून के उत्तरार्ध में वाशिंगटन में इस शिखर बैठक का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने साथ ही बताया कि शिखर बैठक की तय तारीखों और एजेंडे के ब्यौरे के संबंध में बाद में फैसला किया जाएगा। (ट्रंप ने नहीं की थी रूस के साथ गोपनीय जानकारी साझा: व्हाइट हाउस)
तनाव को कम करने के लिए मून ने परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया के साथ वार्ता का समर्थन किया है जबकि ट्रंप प्रशासन का कहना है कि सैन्य कार्रवाई एक विकल्प है जो विचाराधीन है। यून ने कहा, हम इस शिखर बैठक को दोनों नेताओं के बीच दोस्ती और निजी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के एक अवसर के रूप में देखेंगे। इस घोषणा से एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने अब तक की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल का सफल प्रक्षेपण करने का ऐलान किया था जिससे वैश्विक स्तर पर खतरे की घंटी बज उठी थी। उत्तर कोरिया और अमेरिका द्वारा एक दूसरे के खिलाफ आग उगलने के कारण तनाव और बढ़ गया है। लेकिन ट्रंप ने हाल ही में अपने रूख में नरमी लाते हुए कहा था कि वह उत्तर कोरिया के नेता किम जुंग उन से मिलकर सम्मानित महसूस करेंगे।
लेकिन रविवार के मिसाइल प्रक्षेपण से अमेरिका फिर से गुस्से में आ गया और उसने कहा कि उत्तर कोरिया सारी हदें पार कर गया है और उसने प्योंगयांग के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों का आह्वान किया था। मून कह चुके हैं कि वह सही परिस्थितियों में उत्तर कोरिया की यात्रा पर जाने के इच्छुक हैं लेकिन उन्होंने रविवार के प्रक्षेपण की आलोचना की और इसे विवेकहीन भड़काउ कार्रवाई करार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि वार्ता उसी सूरत में संभव हो सकती है जब उत्तर कोरिया अपना रवैया बदले।