तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी की ओर से शांति की अपील के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने रविवार रात फिर से विरोध प्रदर्शन किया। कई दिनों से देश में चल रही अशांति के बीच राष्ट्रपति ने 'आलोचना के लिए जगह' देने का वचन दिया था। रूहानी ने कई दिनों से हो रहे प्रदर्शन पर रविवार रात चुप्पी तोड़ी। यह विरोध प्रदर्शन साल 2009 के विशाल विरोध प्रदर्शन के बाद इस शासन के लिए इम्तेहान साबित हो रहा है। सोशल मीडिया पर मौजूद विभिन्न असत्यापित वीडियो के अनुसार पुलिस ने रविवार शाम तेहरान के इंगेलाब चौक पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक, ताकेस्तान शहर में प्रदर्शनकारियों ने एक मदरसे और सरकारी इमारतों को आग के हवाले कर दिया। वहीं सरकारी प्रसारक ने बताया कि दोरूद में चुराए हुई एक दमकल गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से 2 लोगों की मौत हो गई। रूहानी ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संदेश में कहा, ‘लोग आलोचना करने के साथ ही प्रदर्शन करने के लिए पूर्णतया स्वतंत्र हैं, लेकिन आलोचना करना, हिंसा करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से अलग होता है।’ उन्होंने मैत्रीपूर्ण तरीके से अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकारी इकाइयों को कानूनी आलोचना और प्रदर्शन के लिए जगह देनी चाहिए। राष्ट्रपति ने पारदर्शिता और संतुलित मीडिया की मांग की है।
ईरान में हो रहे प्रदर्शन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘बड़ा प्रदर्शन यह दिखाता है कि लोग बुद्धिमान हो रहे हैं क्योंकि वह समझ रहे हैं कि कैसे उनके पैसे को चोरी करके आतंक पर गंवाया जा रहा है।’ वहीं इस्राइल के एक वरिष्ठ मंत्री ने ईरानी प्रदर्शनकारियों को सफल होने की शुभकामना देते हुए इस बात पर जोर दिया है कि उनका देश इस बड़े प्रदर्शन में शामिल नहीं है। एक रेडियो साक्षात्कार में खुफिया मामलों के मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा कि उनका देश इसमें शामिल नहीं है लेकिन निश्चित रूप से वह खुद ईरान के लोगों की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के संघर्ष में सफल होने की शुभकामनाएं देते हैं।