बीजिंग: नेपाल के नए प्रधानमंत्री के पी ओली ने कहा है कि वह और अधिक विकल्पों को पाने और भारत के साथ संबंधों में और अधिक लाभ उठाने के लिए चीन के साथ अपने रिश्तों को और गहरा बनाना चाहते हैं। ओली को चीन समर्थक माना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘समय के साथ चलते हुए’’ वह भारत के साथ अपने संबंधों में ‘‘बदलाव’’ करना चाहते हैं। उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों के सभी विशेष प्रावधानों की पुन:समीक्षा का पक्ष लिया जिसमें भारतीय सैन्य बलों में नेपाली सैनिकों के सेवा देने की लंबी परंपरा भी शामिल है। (सीरिया द्वारा पूर्वी घोटा पर हमले से 44 नागरिकों की मौत )
उन्होंने हांग कांग साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट को दिए साक्षात्कार में कहा,‘‘ भारत के साथ जबरदस्त संपर्क और खुली सीमा है। यह सब अच्छा है लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारे दो पड़ोसी हैं। हम केवल एक देश पर निर्भर रहकर या केवल एक विकल्प के साथ नहीं रहना चाहते। ’’
भारत के साथ संबंधों के बारे में उन्होने कहा ’’भारत के साथ हमेरे हमेशा अच्छे रिश्ते हैं।’’ उन्हेांने कहा कि भारत सरकार में कुछ ऐसे तत्व हैं जो गलतफहमी पैदा करते हैं लेकिन भारतीय नेतृत्व ने हमें आश्वासन दिया है कि भविष्य में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा और हम एक दूसरे के संप्रभु अधिकारों की रक्षा करेंगे।
बीजिंग: नेपाल के नए प्रधानमंत्री के पी ओली ने कहा है कि वह और अधिक विकल्पों को पाने और भारत के साथ संबंधों में और अधिक लाभ उठाने के लिए चीन के साथ अपने रिश्तों को और गहरा बनाना चाहते हैं। ओली को चीन समर्थक माना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘समय के साथ चलते हुए’’ वह भारत के साथ अपने संबंधों में ‘‘बदलाव’’ करना चाहते हैं। उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों के सभी विशेष प्रावधानों की पुन:समीक्षा का पक्ष लिया जिसमें भारतीय सैन्य बलों में नेपाली सैनिकों के सेवा देने की लंबी परंपरा भी शामिल है।
उन्होंने हांग कांग साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट को दिए साक्षात्कार में कहा,‘‘ भारत के साथ जबरदस्त संपर्क और खुली सीमा है। यह सब अच्छा है लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारे दो पड़ोसी हैं। हम केवल एक देश पर निर्भर रहकर या केवल एक विकल्प के साथ नहीं रहना चाहते। ’’
भारत के साथ संबंधों के बारे में उन्होने कहा ’’भारत के साथ हमेरे हमेशा अच्छे रिश्ते हैं।’’ उन्हेांने कहा कि भारत सरकार में कुछ ऐसे तत्व हैं जो गलतफहमी पैदा करते हैं लेकिन भारतीय नेतृत्व ने हमें आश्वासन दिया है कि भविष्य में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा और हम एक दूसरे के संप्रभु अधिकारों की रक्षा करेंगे।