नई दिल्ली। भारत विरोधी बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। भारतीय खूफिया एजेंसी RAW के चीफ सामंत कुमार गोयल के साथ मुलाकात के बाद ओली ने शनिवार को ट्वीट करके अपने देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दी हैं और शुभकामना संदेश में उन्होंने जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया है उसमें नेपाल का पुराना नक्शा छपा हुआ है। ओली ने शुक्रवार शाम को यह ट्वीट किया था।
चीन के इशारे पर नेपाल के प्रधानमंत्री ने कुछ महीने पहले अपन देश का नया नक्शा अपनी संसद से पास कराया था जिसमें कई भारतीय क्षेत्रों को भी नेपाल का हिस्सा बताया था। लेकिन बुधवार को RAW चीफ के साथ ओली की मुलाकात हुई है और उस मुलाकात की जानकारी नेपाल की विपक्षी पार्टियों तक को नहीं थी। इस मुलाकात के बाद ही ओली ने यह नया ट्वीट किया है।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे अगले महीने नेपाल यात्रा पर जा रहे हैं और उनकी नेपाल यात्रा से पहले प्रधानमंत्री ओली की तरफ से उठाया गया यह कदम दोनो देशों के बीच फिर से मजबूत होते रिश्तों की गवाही दे रहा है।
नेपाल के प्रधानमंत्री ने अपनी दशहरा शुभकामना में जो नक्शा ट्वीट किया है उसमें कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाल का हिस्सा नहीं दिखाया है। इस साल जून में नेपाल की प्रतिनिधी सभा में एक विवादास्पद संविधान संसोधन करके एक नक्शा पास किया था जिसमें भारतीय क्षेत्र कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को अपना हिस्सा दिखाया था।