काठमांडू: नेपाल में भारी बारिश और उसके कारण आई बाढ़ से देश के विभिन हिस्सों में 16 और लोगों की मौत होने के बाद बृहस्पतिवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 104 हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। आपदा प्रबंधन प्रभाग के अनुसार, अब तक 41 लोग लापता हैं और इतने ही लोग घायल हुए हैं। गृह मंत्रालय की तरफसे जारी बयान के मुताबिक नेपाल के प्रांत संख्या एक में सबसे अधिक 62 लोगों की मौत हुई है, इसके बाद सुदूर पश्चिम प्रांत में 31 लोगों की मौत हुई है, जबकि करनाली प्रांत में सात व्यक्ति मौत का शिकार हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले तीन दिन से हो रही बारिश के कारण आई बाढ़, भूस्खलन और जलप्लावन से देश के विभिन्न हिस्सों में अब तक कम से कम 104 लोगों की मौत हो चुकी है। लुंबिनी प्रांत में तीन लोगों की मौत हुई है और बागमती प्रांत में एक व्यक्ति की वर्षाजनित घटना में मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से नेपाल के 20 जिले प्रभावित हुए हैं। बहरहाल, बृहस्पतिवार से मौसम की स्थिति में सुधार हुआ है।
इस बीच गृह मंत्री बालकृष्ण खंड ने नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल, राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग और नेपाली सेना को हुमला जिले में फंसे हुए पर्यटकों को निकालने का निर्देश दिया है। काठमांडू से 700 किलोमीटर पश्चिम में स्थित नखला और हुमला जिले में 12 लोग फंसे हैं जिनमें चार स्लोविनिया के नागरिक और तीन गाइड शामिल हैं। लिमि क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण सड़क अवरुद्ध होने से वे लोग फंस गए हैं।
हुमला के मुख्य जिला अधिकारी गणेश आचार्य ने कहा कि वे लोग लिमि में पर्वतारोहण करने के बाद सिमिकोट वापस आ रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि रविवार से भारी हिमपात हो रहा है और बुधवार से मौसम खराब होने के चलते बचाव कार्य नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के लिए स्थानीय प्रशासन ने गृह मंत्रालय से हेलीकॉप्टर मांगा है।