लाहौर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटाए गए नवाज शरीफ और उनके परिजन रविवार को दूसरी बार देश की शीर्ष भ्रष्टाचार निरोधक संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) के सामने पेश नहीं हुए। पनामा पेपर्स में शरीफ और उनके परिजन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए थे और इसी सिलसिले में NAB उनसे पूछताछ करना चाहता है।
NAB के प्रवक्ता असीम अली नवाजिश ने बताया, ‘पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके बेटे-बेटी (हसन, हुसैन, मरियम) और उनके दामाद कैप्टन (रिटायर्ड) सफदर को आज NAB के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उनमें से कोई भी नहीं आया।’ शरीफ, उनके बेटे-बेटी और दामाद को रविवार को उस मामले में समन किया गया था जिसमें आरोप है कि मरियम कुछ विदेशी कंपनियों की लाभार्थी हैं। शरीफ और उनके बेटों (हसन और हुसैन) को शुक्रवार को धनशोधन और भ्रष्टाचार के एक अलग मामले में सम्मन किया गया था, लेकिन वह उस दिन भी NAB के सामने पेश नहीं हुए। उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हम भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामलों में शरीफ परिवार की जांच कर रहे हैं।’
शरीफ ने NAB को एक पत्र लिखकर कहा है कि उनकी पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही वह NAB के सामने पेश होकर जांच में हिस्सा लेंगे। कोर्ट ने 28 जुलाई को अपने फैसले में शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य करार दिया था, जिसके बाद उन्हें पद से हटना पड़ा था। पूर्व प्रधानमंत्री ने एक पत्र में कहा था, ‘मेरे परिजन और मैं NAB की जांच में तभी शामिल होंगे जब मुझे अयोग्य करार देने के खिलाफ दायर मेरी पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना देगा।’ कोर्ट अगले महीने की शुरुआत में शरीफ की अर्जी पर फैसला सुना सकता है।