इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराए जाने के बाद उम्मीद थी की उनके भाई शहबाज शरीफ देश के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे। हालांकि सत्तारूढ़ PML-N ने शाहिद खाकान अब्बासी को देश के अंतरिम प्रधानमंत्री पद पर चुना। उस समय यह कहा गया था शहबाज शरीफ जैसे ही सांसद चुनकर आएंगे उन्हें देश की कमान सौंप दी जाएगी, लेकिन बाद में अब्बासी को ही PML-N के बचे 10 महीनों के कार्यकाल तक प्रधानमंत्री बनाए रखने का फैसला किया गया। अब पंजाब प्रांत के PML-N सदस्यों की मानें तो नवाज शरीफ ने चतुराई से अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनने के सुनहरे मौके से वंचित कर दिया।
एक पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट में बताया गया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेताओं का मानना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अपने बड़े भाई की जगह लेने से चूक गए या जान-बूझकर चूक करवा दिया गया और नवाज शरीफ ने अपने भतीजे हमजा शरीफ के पंजाब का मुख्यमंत्री बनने का सपना तोड़ दिया। उनके मुताबिक, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि शहबाज शरीफ को 2008 में प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलेगा (अगर PML-N चुनाव जीतती है) और उस वक्त शरीफ परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी दौड़ में शामिल होंगे। पार्टी नेताओं का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कलसुम या उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ भी 2018 के चुनाव में भाग ले सकती हैं।
शहबाज शरीफ के करीबी पीएमएल-एन के एक नेता ने शुक्रवार को बताया, ‘या तो वे अपने बड़े भाई को समझाने में नाकाम रहे या फिर उन्हें पंजाब में रखना एक राजनीति के तहत भी हो सकती है। लेकिन शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री बनने का सुनहरा मौका खो दिया।’ पार्टी के एक नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री बनने के लिए पूरा जोर लगाया था और अपने भाई को समझाया था कि वह पंजाब की चिंता न करें, क्योंकि उनका बेटा हमजा शरीफ इसे संभाल लेगा।