इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सोमवार को सऊदी अरब के एक दिन के दौरे पर जा रहे हैं। नवाज शरीफ का यह दौरा मध्य पूर्व में कूटनीतिक संकट की पृष्ठभूमि में हो रहा है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ की सऊदी नेतृत्व के साथ बातचीत सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात के कतर पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाकर कूटनीतिक संबंध तोड़ लेने से खाड़ी देशों के बिगड़ते संबंधों पर केंद्रित रहेगी। (चीन में रविवार को लगभग 1000 लोगों ने किया योग)
इससे पहले मध्य पूर्व संकट पर पाकिस्तान ने अपनी प्रतिक्रिया में मुस्लिम दुनिया में एकता की जरूरत पर बल दिया था और इससे जुड़े देशों से बातचीत का आग्रह किया था। अपने दौरे से पहले शरीफ ने खाड़ी देशों के शीर्ष पाकिस्तानी राजनयिकों से सऊदी-कतर संकट पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई। पाकिस्तान के सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन में नियुक्त राजदूत और विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने सोमवार को बैठक में भाग लिया।
दुनिया न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक के बाद प्रधानमंत्री शरीफ सऊदी अरब के लिए रवाना होंगे। उनके साथ सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और सलाहकार अजीज भी होंगे। नवाज शरीफ ने अपने हाल में कजाकिस्तान के दौरे में पत्रकारों से कहा था, "चूंकि पाकिस्तान के सऊदी अरब, ईरान व कतर के साथ बेहतर संबंध हैं, इसलिए हम अरब देशों के मतभेदों को सुलझाने में अपनी पूरी कोशिश करेंगे।"
पाकिस्तान के सभी खाड़ी देशों के साथ अच्छे संबंध हैं और उसने अपनी संसद में इस संकट को सुलझाने की कोशिश के साथ तटस्थ रहने की बात कही है। पाकिस्तान ने रविवार को उन रिपोर्ट को 'झूठी व मनगढ़ंत' बताकर खारिज किया है, जिसमें मध्य पूर्व में बढ़ते कूटनीतिक संकट के बीच कतर में पाकिस्तानी जवानों को तैनात करने की बात कही गई थी।