नई दिल्ली: एसीओ समिट के मंच से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया। मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिये बगैर हमला बोला और कहा कि समाज को आतंकवाद से मुक्त करना जरूरी है। मोदी ने एसीओ के सभी देशों से आतंकवाद को शरण देने वालों के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने कहा, “आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन, वित्त प्रदान करने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है। एससीओ के देशों को आतंकवाद का सफाया करने के लिए एससीओ रेड्स के तहत सहयोग की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करना चाहिए। भारत आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन का आह्वान करता है।“
पीएम ने आगे कहा, “लिटरेचर और कल्चर कट्टरवाद को रोकने में सक्षम है। पिछले हफ्ते मैं श्रीलंका की यात्रा के दौरान सेंट एंटनी चर्च गया था। वहां मुझे आतंकवाद के घिनौने चेहरे का स्मरण हुआ। हर कहीं आतंकवाद प्रकट होकर मासूमों की जान लेता है। इससे निपटने के लिए सभी मानवतावादी ताकतों को अपने संकीर्ण दायरे से बाहर आकर एकजुट होना चाहिए।“
प्रधानमंत्री मोदी ने एससीओ सदस्य देशों से अपील की कि वे एससीओ क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी संरचना के तहत सहयोग करें। उन्होंने एससीओ नेताओं से आतंकवाद पर एक वैश्विक सम्मेलन आयोजित करने की भी अपील की।
मोदी दो दिवसीय एससीओ सम्मेलन के लिए बृहस्पतिवार को बिश्केक पहुंचे थे। एससीओ चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया था।