ओसाका: जापान के ओसाका में शुक्रवार से दुनिया के नेताओं के बीच शुरू हो रहे दो दिवसीय जी 20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कुल 14 बैठकों में हिस्सा लेंगे। जी 20 सम्मेलन में जापान गए पीएम मोदी का आज बेहद व्यस्ततम राजनयिक कार्यक्रम होगा। सुबह की शुरुआत पीएम मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और जापान पीएम शिंजो अबे के बीच भारत-अमेरिका-जापान इन तीन देशों के संगठन की बैठक के साथ होगी। इसके बाद पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच बेहद महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बातचीत होगी।
पीएम मोदी 45 मिनट बाद रूस और चीन के राष्ट्रपति के साथ-साथ ब्राजील और साउथ अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मिलकर ब्रिक्स संगठन की बैठक करेंगे। चीन और रूस के राष्ट्रपति के साथ दोबारा से भारत, रूस और चीन के संगठन RIC की भी बैठक होगी। शुक्रवार को पीएम मोदी जी 20 सम्मेलन के कार्यक्रम के अलावा भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूस के राष्ट्रपति पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात करके बातचीत करेंगे। इसके अलावे क्राउन प्रिंस, वियतनाम, दक्षिण कोरिया के प्रमुख से अहम मुलाकात होगी।
बैठक के मुख्य मुद्दें-
जी-20 समिट में इस बार महिला सशक्तिकरण, डिजिटलाइजेशन और जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान बैठक का मुख्य मुद्दा होगा। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान में जी- 20 देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर मोदी चर्चा करेंगे। इसके साथ ही जापान के पीएम शिंजो आबे के अलावा डोनाल्ड ट्रंप, पुतिन, जिनपिंग समेत 10 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
जापान रवाना होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वो G20 समिट में सुधार बहुपक्षवाद के लिए भारत के मजबूत समर्थन को सुदृढ़ करेंगे, जो नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने अपने बयान में यह भी कहा कि महिला सशक्तीकरण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और आतंकवाद जैसी चुनौतियों के समाधान के लिए आम प्रयास जैसे मुद्दे उनके एजेंडे में उच्च होंगे।
28 जुलाई को G-20 सम्मेलन में PM मोदी का कार्यक्रम
सबसे पहले जापान-अमेरिका-भारत के नेताओं की बैठक होगी, फिर मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक करेंगे। इसकेे बाद ब्रिक्स नेताओं की बैठक केे अलावा सऊदी प्रिंस, थाईलैंड के प्रधानमंत्री, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति, वियतनाम के प्रधानमंत्री, विश्व बैंक के अक्ष्यक्ष, जर्मनी की चांसलर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ बैठक होगी।