यंगून: संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने मंगलवार को कहा कि म्यामां की सेना को देश की राजनीति से बाहर कर दिया जाना चाहिए। जांचकर्ताओं ने अपनी अंतिम जांच रिपोर्ट जारी करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार मामले में सेना के शीर्ष जनरलों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अपील दोहराई है।
संयुक्त राष्ट्र की 444 पन्ने की जांच रिपोर्ट में म्यामां की सेना के शीर्ष नेतृत्व को पद से हटाने और देश की राजनीति और शासन व्यवस्था पर सेना के प्रभाव को खत्म करने की मांग की है। यहां सेना को तातमादाव कहा जाता है। बौद्ध बहुसंख्यक इस देश में सेना का प्रभुत्व है और उसका संसद की एक चौथाई सीट पर कब्जा होने के साथ ही तीन मंत्रालय उसके नियंत्रण में हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की असैन्य सरकार को म्यामां की राजनीति से तातमादाव (म्यामां की सेना) को निकालने का प्रयास करना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र का यह विस्तृत विश्लेषण 18 महीने के कार्य और 850 से ज्यादा साक्षात्कारों पर आधारित है। इसमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की गई है कि वह म्यामां की सेना के कमांडर इन चीफ मिन आंग हालियांग सहित सेना के शीर्ष पदों के अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू करें।