काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भारत की अपनी हालिया यात्रा को सफल बताया और भारतीय नेताओं के साथ अपनी वार्ता पर बेवजह टिप्पणी करने को लेकर विपक्ष की आलोचना की। अपनी यात्रा के बारे में संसद को जानकारी देते हुए देउबा ने कहा कि उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता के दौरान सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ की स्थिति का मुद्दा उठाया। देउबा ने सांसदों से कहा, नेपाल- भारत संबंधों को और मजबूत करने की आधारशिला रखने को लेकर मेरी यात्रा सफल रही। (यूस्टन विश्वविद्यालय में बाढ़ में फंसे 200 भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा है)
जून में प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी जिसे पूरा कर वह कल शाम स्वदेश लौटे। देउबा ने कहा कहा कि पंचेर बहु उद्देश्यीय परियोजना पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट एक महीने में पूरा करने के लिए उन्होंने भारतीय अधिकारियों के साथ चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि उन्होंने नेपाल में आर्थिक विकास और निवेश पर भी भारत के साथ चर्चा की।
गौरतलब है कि मधेसी मुद्दों के हल के लिए संविधान में संशोधन करने के बारे में भारत को भरोसा दिलाने को लेकर देउबा नेपाल में राजनीतिक पार्टियों की आलोचना का सामना कर रहे हैं। मुख्य विपक्षी नेता एवं सीपीएन- यूएमएल अध्यक्ष के.पी ओली ने पिछले हफ्ते कहा था कि विदेशी सरजमीं से देउबा का बगैर किसी संदर्भ के संविधान की स्वीकार्यता का मुद्दा उठाना बहुत आपत्तिजनक है।