कुआलालंपुर: फ्रांस के नीस शहर में स्थित एक चर्च पर आतंकी हमले में 3 लोग मारे गए। बताया जा रहा है कि यह हमला पैगंबर मोहम्मद के कार्टून पर विवाद का नतीजा है। पैगंबर मोहम्मद के कार्टून पर विवाद और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों पर मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने हमला बोला है। महातिर मोहम्मद ने इस दौरान एक विवादास्पद बयान दे दिया। महातिर मोहम्मद ने फ्रांस में की गईं हत्याओं को सही ठहराया है।
इतना हीं नहीं महातिर मोहम्मद ने यह तक कह डाला है कि गुस्साए मुस्लिमों को फ्रांस के लाखों लोगों को मारने का अधिकार है। उन्होंने ट्वीट किया, "एक मुस्लिम के तौर पर मैं हत्या का समर्थन नहीं करूंगा लेकिन जहां मैं अभिव्यक्ति की आजादी में विश्वास करता हूं, मुझे नहीं लगता कि उसमें लोगों का अपमान करना शामिल होता है।"
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों पर हमला बोलते हुए महातिर ने लिखा है, "मैक्रों यह नहीं दिखा रहे हैं कि वह सभ्य हैं। वह अपमान करने वाले स्कूल टीचर की हत्या करने पर इस्लाम और मुस्लिमों पर आरोप लगाकर पुराने विचार दिखा रहे हैं। यह इस्लाम की सीख में नहीं है।"
उन्होंने आग कहा, "हालांकि, धर्म से परे, गुस्साए लोग हत्या करते हैं। फ्रांस ने अपने इतिहास में लाखों लोगों की हत्या की है जिनमें से कई मुस्लिम थे। मुस्लिमों को गुस्सा होने और इतिहास में किए गए नरसंहारों के लिए फ्रांस के लाखों लोगों की हत्या करने का हक है।"
इस सबके बीच सऊदी अरब में फ्रांस के कॉन्सुलेट में भी ऐसी घटना सामने आई है। यहां फ्रांस के कॉन्सुलेट के बाहर गार्ड को चाकू मार दिया गया। आधिकारिक मीडिया के मुताबिक जेद्दाह में हमलावर ने 'धारदार हथियार' से गार्ड पर हमला किया जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इन घटनाओं के तार पैगंबर मोहम्मद के कार्टून से जुड़े माने जा रहे हैं जिन्हें मैक्रों ने अभिव्यक्ति की आजादी बताया है, तो मुस्लिम देशों ने इस्लाम का अपमान।