यमन के मुख्य बंदरगाह नगर हुदयदाह में पिछले 24 घंटों में संघर्ष के दौरान कम से कम 150 लोगों की मौत हो गई। चिकित्सकों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस बीच ब्रिटेन के शीर्ष राजनयिक ने संघर्षविराम के अंतरराष्ट्रीय आह्वान को बल देने के लिए खाड़ी देश का दौरा किया।
सऊदी अरब नीत गठबंधन के सहयोग से सरकार समर्थक लड़ाके सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण लाल सागर स्थित शहर से ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को खदेड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस शहर की गोदी (डॉक) उन एक करोड़ 40 लाख यमन वासियों की जीवन रेखा है जो भुखमरी के कगार पर हैं। संघर्षविराम की संभावना पर पूछे जाने पर गठबंधन के एक प्रवक्ता ने रियाद में संवाददाताओं से कहा कि, “अभियान अब भी जारी है।” साथ ही उन्होंने कहा कि इसका मकसद विद्रोहियों को बातचीत की मेज तक लाना है।
हुदयदाह के एक निवासी ने सोमवार शाम तक शहर के आस-पास जारी संघर्ष के कम होने की बात कही थी लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने चेताया है कि अगर बंदरगाह नष्ट होता है तो संभवत: “आपात स्थिति” पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई रुकनी ही चाहिए, एक राजनीतिक चर्चा शुरू होनी चाहिए और अगले साल बेहद बुरी स्थिति से बचने के लिए हमें बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तैयार रहना चाहिए।” सरकार समर्थक गठबंधन के एक सैन्य सूत्र ने बताया कि विद्रोहियों ने बंदरगाह की ओर बढ़ने के मकसद से बड़े पैमाने पर हमला करने की योजना बनाई थी। यह बंदरगाह 2014 से विद्रोहियों के नियंत्रण में है।