Monday, December 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. चीन ने अरुणाचल को फिर बताया अपना

चीन ने अरुणाचल को फिर बताया अपना

बीजिंग: चीन दोनों देशों की सीमा पर मैकमहोन रेखा के अवैध होने के अपने रुख पर अब भी अडिग है। चीन ने सोमवार को कहा कि वह द्विपक्षीय संबंधों के लिए अधिक अनुकूल हालात बनाने

Agency
Updated : May 26, 2015 7:58 IST
हम 'अवैध' मैकमोहन...
हम 'अवैध' मैकमोहन रेखा को नहीं मानते: चीन

बीजिंग: चीन दोनों देशों की सीमा पर मैकमहोन रेखा के अवैध होने के अपने रुख पर अब भी अडिग है। चीन ने सोमवार को कहा कि वह द्विपक्षीय संबंधों के लिए अधिक अनुकूल हालात बनाने को लेकर 'दोस्ताना विचार विमर्श' के जरिए पेचीदा सीमा मुद्दे के तत्काल हल के मद्देनजर भारत के साथ काम करने को तैयार है।

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीन-भारत सीमा के पूर्वी खंड पर बीजिंग एक सतत और स्पष्ट रुख रखता है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को दोहराते हुए यह कहा, जिसे वह दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है।

हाल ही में नई दिल्ली में केएफ रूस्तमजी व्याख्यान में की गई राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'चीन सरकार मैकमहोन रेखा को मान्यता नहीं देती, जो अवैध है।'

उन्होंने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा, 'चीन तत्काल दोस्ताना विचार विमर्श के जरिए सीमा विवाद का हल करने के लिए भारत के साथ काम करने और द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए अधिक अनुकूल हालात बनाने के लिए तैयार है।'

गौरतलब है कि अपने संबोधन में 22 मई को डोभाल ने कहा कि था कि सीमा विवाद का हल भारत-चीन संबंधों के लिए अहम है और उन्होंने सभी पेचीदा विषयों के हल के लिए एक अधिक बड़ी योजना की अपील की।

चीन-भारत सीमा वार्ता पर डोभाल विशेष प्रतनिधि भी हैं। उन्होंने कहा था कि चीन के साथ संबंध आगे बढ़ रहे हैं, 'हम विशेष रूप से पूर्वी सेक्टर के बारे में चिंतित हैं जहां तवांग (अरूणाचल प्रदेश) पर दावा किया गया है, जो पूरी तरह से स्वीकार्य सिद्धांतों के प्रतिकूल है।'

1914 के शिमला समझौते के तहत इस रेखा का नामकरण सर हेनरी मैकमहोन के नाम पर किया गया था, जो ब्रिटिश शासित भारत सरकार के विदेश सचिव थे और चीन के साथ विवाद निपटाने में मुख्य वार्ताकार थे।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement