इस्लामाबाद: पाकिस्तान की एक जवाबदेही अदालत ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज की हिरासत की अवधि 7 दिन के लिए बढ़ा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भ्रष्टाचार मामले में पूछताछ के लिए यह अवधि बढ़ाई गई है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष, 45 वर्षीय मरियम चौधरी शुगर मिल्स (CSM) मामले के संबंध में 8 अगस्त से राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की हिरासत में हैं। NAB ने शरीफ परिवार पर मनी लॉन्ड्रिंग के लिए CSM का इस्तेमाल करने और चीनी का असल में निर्यात किए बिना लाखों रुपये की सब्सिडी लेने का आरोप लगाया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच हुई अदालत में पेशी
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक मरियम को कड़ी सुरक्षा के बीच लाहौर में जज अमीर मोहम्मद खान की अदालत में बुधवार को पेश किया गया। इसी मामले में आरोपी उनके एक रिश्तेदार यूसुफ अब्बास की भी पेशी हुई। NAB के जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि मरियम, उनकी मां कुलसुम, दादा मियां शरीफ, भाई हुसैन और शरीफ परिवार के अन्य सदस्य कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि मरियम 2004 में CSM की CEO भी रहीं। अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने अलग-अलग कंपनियों से कर्ज भी लिया था।
मरियम पर हैं भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
अधिकारी ने कहा,‘एनएबी ने इन सभी कंपनियों के साथ ही पाकिस्तान स्टेट बैंक (एसबीपी) से लिए गए कर्जों का रिकॉर्ड मंगाया है। एनएबी एसबीपी की रिपोर्ट पर आरोपी से पूछताछ करेगी, इसलिए अनुरोध किया जाता है कि हिरासत की अवधि बढ़ाई जाए।’ मरियम के वकील अमजद परवेज ने एनएबी के आग्रह का विरोध करते हुए कहा कि एजेंसी की रिपोर्ट प्रतिकूल है। उन्होंने कहा कि 1992 में मियां शरीफ के मालिकाना हक वाली सभी संपत्तियों को उनके बच्चों के नाम और 1992 से 1999 के बीच उनके पोते-पोतियों को हस्तांतरित कर दिया गया था।
वकील की दलील, सभी संपत्तियां वैध
मरियम के वकील ने कहा, ‘मरियम के मालिकाना हक वाली सभी संपत्तियां वैध हैं।’ हालांकि दलील सुनने के बाद जज ने मरियम की हिरासत की अवधि बढ़ा दी। उन्होंने NAB को 25 सितंबर को मरियम को पेश करने का निर्देश दिया।