ढाका: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज भारत की चार दिन की यात्रा पर रवाना हो गयीं। हसीना की यात्रा के दौरान असैन्य परमाणु सहयोग एवं रक्षा समेत कम से कम 25 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है।
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करीब सात वर्ष के बाद हसीना भारत गई हैं। यात्रा के दौरान हसीना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कल विभिन्न विषयों पर बातचीत करैंगी और इस दौरान भारत बांग्लादेश को सैन्य आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिये 50 करोड़ डॉलर का कर्ज देने की घोषणा कर सकता है।
इससे पहले दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया था, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की आगामी यात्रा से भारत एवं बांग्लादेश के बीच सौहार्दपूर्ण एवं सहयोग संबंधों का और विस्तार होने की संभावना है और इससे दोनों नेताओें के बीच मजबूत मैत्री संबंधों एवं विश्वास का निर्माण होगा।
हसीना राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से और विपक्ष की नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगी। रविवार को वह अजमेर जाएंगी और सोमवार को भारतीय कारोबारियों से मिलेंगी। वर्ष 1971 में बांग्लोदश के मुक्ति संग्राम में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिये मानेकशॉ सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में भी वह शिरकत करेंगी।
दोनों पक्षों के कूटनीतिग्यों को आशा है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की यात्रा ढाका-नयी दिल्ली के ऐतिहासिक रिश्ते को नये मुकाम तक ले जायेगी और इससे कारोबार एवं वाणिज्य, अर्थव्यवस्था एवं आपसी संपर्क समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नये आयाम खुलेंगे।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना आज भारत की चार दिन की यात्रा पर रवाना हो गयीं। हसीना की यात्रा के दौरान असैन्य परमाणु सहयोग एवं रक्षा समेत कम से कम 25 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है।
करीब सात वर्ष के बाद हसीना भारत गई हैं। यात्रा के दौरान हसीना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कल विभिन्न विषयों पर बातचीत करैंगी और इस दौरान भारत बांग्लादेश को सैन्य आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिये 50 करोड़ डॉलर का कर्ज देने की घोषणा कर सकता है।
इससे पहले दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया था, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की आगामी यात्रा से भारत एवं बांग्लादेश के बीच सौहार्दपूर्ण एवं सहयोग संबंधों का और विस्तार होने की संभावना है और इससे दोनों नेताओें के बीच मजबूत मैत्री संबंधों एवं विश्वास का निर्माण होगा।
हसीना राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से और विपक्ष की नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगी। रविवार को वह अजमेर जाएंगी और सोमवार को भारतीय कारोबारियों से मिलेंगी।
वर्ष 1971 में बांग्लोदश के मुक्ति संग्राम में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिये मानेकशॉ सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में भी वह शिरकत करेंगी।
दोनों पक्षों के कूटनीतिग्यों को आशा है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की यात्रा ढाका-नयी दिल्ली के ऐतिहासिक रिश्ते को नये मुकाम तक ले जायेगी और इससे कारोबार एवं वाणिज्य, अर्थव्यवस्था एवं आपसी संपर्क समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नये आयाम खुलेंगे।