कुआलालंपुर: मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने बुधवार को कहा कि उनके देश की उत्तर कोरिया से राजनयिक संबंध समाप्त करने की कोई योजना नहीं है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ रजाक के हवाले से बताया, "मलेशिया सरकार को अब भी उत्तर कोरिया से बातचीत करने के लिए एक माध्यम की जरूरत है।" उनके मुताबिक, उत्तर कोरिया में रह रहे मलेशियाई नागरिकों की सुरक्षा करना उनकी प्राथमिकता है।
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प्रधानमंत्री ने कहा, "हमें सूचना मिली है कि उन्हें (मलेशियाई नागरिकों) वहां (उत्तर कोरिया) सामान्य तरीके से ही रहने की अनुमति दी गई है। उन्हें नदरबंद नहीं किया गया है, वे बाहर निकल सकते हैं और सामान्य तौर पर कारोबार कर सकते हैं। इसलिए उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता नहीं है।" रजाक ने कहा कि मलेशिया में उत्तर कोरिया के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध जारी रहेगा। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मलेशिया की सरकार 'इस बात का गहन अध्ययन कर रही है कि उत्तर कोरिया की मांगें वास्तव में क्या हैं?'
रजाक ने मंगलवार शाम को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यह टिप्पणी की। इस बैठक में प्रधानमत्री को मौजूदा स्थिति से अवगत कराया गया। रजाक ने उत्तर कोरिया के इस कदम की निंदा करते हुए उससे अपने नागरिकों के देश छोड़कर जाने पर लगाए गए प्रतिबंध को तुरंत समाप्त करने की मांग की। मलेशिया और उत्तर कोरिया के बीच उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन के सौतेले भाई किम जोंग-नम की मौत के बाद से तल्खी बढ़ गई है।