कुआलालंपुर: मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने शनिवार से संसद भंग करने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही इस देश में अगले आम चुनाव का रास्ता साफ हो गया है। 9 साल सत्ता में रहने के बाद रजाक अगले आम चुनाव में अपनी किस्मत फिर से आजमाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्रिमंडल की विशेष बैठक के बाद टीवी पर दिए एक भाषण में नजीब ने कहा कि इसके लिए उन्होंने किंग सुल्तान मुहम्मद पंचम से पहले ही अनुमति ले ली है।
नजीब ने शुक्रवार को कहा, 'सुल्तान मुहम्मद की अनुमति से संसद शनिवार को प्रभावी रूप से भंग हो जाएगी। यदि हमारी पार्टी बारिसन नेशनल चुनाव जीत कर आती है तो मैं वादा करता हूं कि हम देश को अधिक समावेशी विकास देंगे।' रिपोर्ट्स के मुताबिक, मलेशिया के चुनाव आयोग ने फिलहाल चुनाव तिथि घोषित नहीं की है। आम तौर पर, संसद भंग होने के 2 महीने के अंदर आम चुनाव हो जाने चाहिए। मलेशिया में 222 सदस्यीय दीवान रख्यत या लोकसभा के लिए चुनाव होंगे।
मलेशिया के स्वतंत्र होने के बाद पिछले 6 दशकों से यूनाइटेड मलेज नेशनल ऑर्गनाइजेशन (UMNO) सत्ताधारी बारिसन नेशनल (BN) गठबंधन के साथ सभी चुनाव जीतता आ रहा है। साल 2013 में हुए पिछले आम चुनाव में BN ने 222 सीटों में से 133 सीटें जीतने में सफलता हासिल की थी। हालांकि इस बार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे नजीब के लिए चुनावी डगर थोड़ी मुश्किल हो सकती है। नजीब की लड़ाई अपने गुरु महाथिर मुहम्मद से होगी जो 1981 से 2003 तक मलेशिया के प्रधानमंत्री रहे थे।